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शेयर मार्केट क्या है ? stock market kya h? स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करे ?

 स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करे ?

स्टॉक मार्केट में निवेश की अगर बात की जाये तो पिछले 4 से 5 सालो में भारत में लोगो का रुझान काफी ज्यादा बढ़ चूका है, और स्टॉक मार्केट में लोगो के रुझान के पीछे कुछ मुख्य कारण है-

  1. इन्टरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग इस्तेमाल करने वालो की बढती हुई संख्या
  2. मोबाइल द्वारा रियल टाइम में स्टॉक खरीदना और बेचना संभव
  3. बढ़ता हुआ स्टॉक मार्केट इंडेक्स – सेन्सेक्स 35 हजार के ऊपर, और निफ्टी 10 हजार के ऊपर
  4. स्टॉक मार्केट के सम्बन्ध में जानकारी मोबाइल इन्टरनेट पर उपलब्ध होना,
  5. निवेश के अन्य विकल्पों (बैंक जमा, सोना) से काफी अधिक लाभ की सम्भावना

अब ऐसे में अगर आप भी स्टॉक मार्केट निवेश में निवेश की शुरुआत करना चाहते है, लेकिन आपको ये समझ नहीं आ रहा कि स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे की जाए, तो इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आप अपने स्टॉक मार्केट निवेश की शुरुआत आसानी से कर सकते है-

इस पोस्ट में हम स्टॉक मार्केट निवेश शुरू करने इन 5 महत्वपूर्ण बातो को जानेगे –

  1. स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए आपके पास क्या डॉक्यूमेंट होना चाहिए ?
  2. स्टॉक मार्केट निवेश के लिए आपको किस तरह के अकाउंट खोलने की जरुरत है?
  3. स्टॉक मार्केट निवेश के लिए आपको कम से कम कितने पैसे की जरुरत होगी ?
  4. स्टॉक मार्केट में स्टॉक कैसे खरीदेंगे और कैसे बेचेंगे ?
  5. स्टॉक मार्केट में निवेश करके आप कैसे लाभ कमा पाएंगे?

आइये सबसे पहले जानते है-

स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए आपके पास क्या डॉक्यूमेंट होना चाहिए ?

  1. PAN CARD (पैन कार्ड)

स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए सबसे पहले आपके पास PAN CARD होना अनिवार्य है, PAN CARD का फुल फॉर्म PERMANENT ACCOUNT NUMBER होता है, और ये 10 अंको का अकाउंट नंबर ,भारतीय आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट होता है,और भारत में किसी भी Financial transaction के लिए पैन नंबर आवश्यक होता है,

और अगर आपका अभी तक पैन कार्ड नहीं बना है, तो आप इसे बनवा ले, आप इसे बनाने के लिए ऑनलाइन भी एप्लीकेशन NSDL की वेबसाइट पर भेज सकते है,

  1. KYC DOCUMENT (के वाई सी डॉक्यूमेंट )

वैसे आजकल बैंक खातो के लिए भी समय समय पर KYC करती है, KYC का FULL FORM है – Know your customer, और KYC के अंतर्गत आपको आधार कार्ड और अन्य ADDRESS PROOF के UPDATED KYC DOCUMENT मांगे जाते है,

  1. INTERNET BANKING

आप जो भी स्टॉक या शेयर खरीदेंगे, उसका पेमेंट करने के लिए आपको अपने ब्रोकर को पेमेंट देना होगा, और आपका ब्रोकर आपका पैसा शेयर बेचने वाले तक पहुचायेगा, और आपने जो शेयर ख़रीदा वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में जमा कर देगा,

आपको अपने ब्रोकर को पेमेंट देने के लिए अनिवार्य रूप से एक ऑनलाइन इन्टरनेट बैंकिंग अकाउंट की जरुरत होगी, जिसके माध्यम से आप अपने ब्रोकर को पेमेंट दे सके, आपके सभी तरह के पेमेंट के रिकॉर्ड के लिए स्टॉक ब्रोकर एक अकाउंट खोलता है, जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते है,

आपको स्टॉक खरीदने के लिए सबसे पहले अपने इसी ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे जमा करने होगे, और शेयर बेचने पर आपका ब्रोकर इसी ट्रेडिंग अकाउंट में आपको शेयर के बदले पैसा जमा कर देंगा,

स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए आपको किस तरह के अकाउंट खोलने की जरुरत है?

  1. Select Stock Broker (स्टॉक ब्रोकर का चुनाव)

आप या मै स्टॉक एक्सचेंज (BSE या NSE) से डायरेक्टली स्टॉक खरीद या बेच नहीं सकते, स्टॉक एक्सचेंज तक हमारे स्टॉक खरीदने या बेचने के आर्डर को, किसी स्टॉक ब्रोकर द्वारा पूरा किया जाता है,

और इसलिए स्टॉक या शेयर खरीदने के लिए, स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए हमें एक स्टॉक ब्रोकर की जरुरत होती है, स्टॉक ब्रोकर एक ऐसी एजेंसी होती है, जो स्टॉक एक्सचेंज पर स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए Authorized होती है, जैसे – शेरखान, एंजेल ब्रोकिंग, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, और अन्य

स्टॉक ब्रोकर की मदद से हम स्टॉक या शेयर खरीद और बेच सकते है, और स्टॉक मार्केट में निवेश शुरू करने के समबन्ध में जब हम किसी स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है तो वो हमारे लिए दो अकाउंट खोलता है-

इस अकाउंट में ख़रीदे गए शेयर या स्टॉक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में  जमा (क्रेडिट) रहते है, और बेचने पर इस अकाउंट से डेबिट कर दिए जाते है,

इस अकाउंट में हमें एक USER ID और PASSWORD मिलता है, जिसकी मदद से हम स्टॉक ब्रोकर के सॉफ्टवेयर या SYSTMEM का उपयोग करके स्टॉक खरीदने या बेचने का आर्डर देते है,

ध्यान रहे – स्टॉक ब्रोकर अपनी सेवाओ के बदले आपसे जो फ़ीस लेता है, उसे ब्रोकरेज कहा जाता है, जब भी आप स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करे तो स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सेवाओ और उसके ब्रोकरेज की तुलना मार्केट में अन्य स्टॉक ब्रोकर से जरुर करे, ताकि आपको कम फीस दे और आपको सेवा भी बेहतर मिले.

स्टॉक मार्केट निवेश के लिए आपको कम से कम कितने पैसे की जरुरत होगी ?

  1. स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत करने वाले नए निवेशक के मन में कई तरह के सवाल होते है, जिसमे एक प्रमुख सवाल है-

उसके पास कम से कम कितने पैसे होने चाहिए, और क्या बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की तरह क्या उसे स्टॉक मार्केट में भी एक मिनिमम अमाउंट जमा रखने की जरुरत है ?

तो मै आपको इस बात के लिए निश्चिंत करता हु कि आपको स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए ना ही किसी तरह के कम से कम पैसे की कोई लिमिट है, आप 100 रूपये 500 रूपये, जो भी अमाउंट के शेयर खरीदना चाहे, खरीद सकते है, और किसी तरह के कम से कम पैसे की जरूरत हो, ऐसी कोई LIMIT नहीं है,

दूसरा कुछ लोगो के मन में ये भी सवाल रहता है कि DEMAT ACCOUNT या TRADING ACCOUNT में क्या कोई मिनिमम बैलेंस रखना पड़ता है,

तो यहाँ भी मई आपको निश्चित करना चाहुंगा कि – सबसे पहले आप ये समझे कि DEMAT ACCOUNT में सिर्फ शेयर या स्टॉक जमा होते है, पैसे नहीं,

इसलिए DEMAT ACCOUNT में कम या ज्यादा पैसे रखने का कोई सवाल ही नहीं आता,

दूसरी तरफ TRADING ACCOUNT जिसकी मदद से आप ख़रीदे गए शेयर का पेमेंट अपने ब्रोकर को करते है, तो आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट में उतना ही पैसा चाहिए, जितने का आप शेयर खरीदना चाहते है,

और यहाँ भी स्टॉक ब्रोकर ट्रेडिंग अकाउंट में किसी तरह का कोई भी मिनिमम अकाउंट बैलेंस मेन्टेन करने की बात नहीं कहते,

स्टॉक मार्केट में स्टॉक कैसे खरीदेंगे और कैसे बेचेंगे ?

  1. स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत करने वाले नए निवेशक के मन में कई तरह के सवाल होते है, जिसमे एक प्रमुख सवाल है-

हम स्टॉक को कैसे खरीदेंगे और कैसे बेचेंगे ?

तो मै आपको बता दू कि, आज स्टॉक खरीदना और बेचना उतना ही आसान है, जितना कि MOBILE से SMS या WHATSAAP पर मैसेज भेजना,

जब आप किसी ब्रोकर के पास अपना DEMAT और TRADING अकाउंट खोल लेते है, तो आपका ब्रोकर आपको स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए TRADING ACCOUNT का USER ID और PASSWORD देगा,

आप उस यूजर ID और पासवर्ड को स्टॉक ब्रोकर के सोफ्टवेयर में चाहे वो कंप्यूटर पर हो या मोबाइल पर LOG इन करते है,

और यूजर ID और पासवर्ड की मदद से स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर अपने ब्रोकर को देते है, और ब्रोकर आपका आर्डर स्टॉक एक्सचेंज (BSE या NSE) में भेजता है,

और जैसे ही स्टॉक एक्सचेंज आर्डर को पूरा कर देता है, आपको उस स्टॉक खरीदने के आर्डर को पूरा हो जाने का एक कन्फर्मेशन मैसेज मिल जाता है,

ध्यान रहे,

स्टॉक मार्केट में दो तरह की ट्रेडिंग होती है, इंट्रा डे ट्रेडिंग और डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग,

आइये पहले जानते है –

  1. Intraday Trading – इसमें आप वास्तव में शेयर को अपने पास रखने के लिए नहीं खरीदते है, बल्कि आप सिर्फ आप शेयर के भाव में होने वाले उतार चढाव का फायदा उठा कर लाभ कमाना चाहते है,

और इसलिए आप जिस दिन शेयर खरीदने का आर्डर देते है, उसी दिन बेच भी देते है,

और इस तरह अगर आप इंट्रा डे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट में लोग इन करके, स्टॉक खरीदने का आर्डर देते समय इंट्रा डे का विकल्प चुनना होगा,

अब दूसरी तरह की ट्रेडिंग है –

  1. डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग,(Delivery Based Trading)

जब आप ख़रीदे गए शेयर को अपने पास कुछ दिन, या आप जितना चाहे उतने समय के लिए अपने पास रखना चाहते है तो इस तरह के शेयर की खरीद के आर्डर को –  डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग,(Delivery Based Trading) कहा जाता है,

और इसके लिए आपको आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट में लोग इन करके, स्टॉक खरीदने का आर्डर देते समय DELIVERY का विकल्प चुनना होगा,

ध्यान दीजिए – डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग,(Delivery Based Trading) में ख़रीदे गये स्टॉक या शेयर, वास्तव में आप जिस दिन शेयर खरीदते है, उस दिन को छोड़ कर, अगले दो दिन बाद (T+2 days) में आपके DEMAT ACCOUNT में जमा होते है,

और इस तरह की डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में जब आपके डी मैट अकाउंट में वास्तव में शेयर, जमा हो जाये, तो उसके बाद ही आप उसे बेचे,

इसलिए जब आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करे तो इस बात को पहले सोचे की आप किस तरह की ट्रेडिंग करना चाहते है – इंट्रा डे या डिलीवरी ट्रेडिंग

स्टॉक मार्केट में निवेश करके आप कैसे लाभ कमा पाएंगे?

स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत करने वाले नए निवेशक के मन में कई तरह के सवाल होते है, जिसमे एक और प्रमुख सवाल है-

आप स्टॉक मार्केट में निवेश करके लाभ कैसे कमाएंगे –

तो यहाँ पर मै आपको बताना चाहूँगा कि – आप जिस कंपनी का स्टॉक खरीदते है, और जितनी मात्रा में खरीदते है, आप उतना पैसा उस कंपनी को पूंजी के रुप में दे रहे है, और आप उस कम्पनी के बिज़नस में अपने ख़रीदे गये शेयर की मात्रा के अनुसार उस कम्पनी द्वारा कमाए जाने वाले लाभ और हानि में हिस्सेदार/पार्टनर/मालिक बन जाते है,

और जिस तरह किसी बिज़नस के मालिक को फायदा दो प्रमुख फायदा होता है, वही दोनों प्रमुख लाभ स्टॉक या शेयर खरीदने पर आपको भी मिलता है, अब ये दो लाभ कौन से है-

किसी भी बिज़नस में दो प्रमुख लाभ होते है –

  1. कंपनी जो लाभ कमा रही है, और (Profit of Business)
  2. कंपनी की सम्पति के कुल मूल्य और पूंजी में होने वाली वृद्धि (Capital Appreciation)

और ठीक इसी तरह से जब आप किसी कंपनी का स्टॉक या शेयर खरीदते है तो आपको ये दो लाभ मिलते है –

  1. लाभांश (Dividend income )

कंपनी जो भी लाभ कमाती है, उस लाभ को कंपनी के शेयर खरीदने वाले शेयर धारक (SHARE HOLDER) में बराबर बराबर बाट दिया जाता है,

और जब शेयर धारक को कंपनी से लाभ का हिस्सा मिलता है तो इसे लाभांश (DIVIDEND) कहा जाता है,

जैसे – आपने XYZ कंपनी के 100 शेयर 100 रूपये के भाव से ख़रीदा, और कंपनी ने प्रति शेयर 2 रूपये का डिविडेंड देने का फैसला किया तो आपको जो लाभ मिलेगा, वो होगा

100 शेयर X 2 प्रति शेयर लाभ = 200 रूपये,

इस तरह आप डिविडेंड income को एक पैसिव income के रुपे में देख सकते है, क्योकि आप सिर्फ स्टॉक खरीदते और उसे अपने अकाउंट में जमा रखते है, आपको और कुछ नहीं करना होता है, और जैसे जैसे कंपनी प्रॉफिट कमाती है, वह आपको उसमे से आपका हिस्सा आपके बैंक खाते में जमा कर देती है, जो टैक्स फ्री income होता है,

  1. पूंजी में होने वाली वृद्धि (Capital Appreciation)

कंपनी की पूंजी में होने वाली वृद्धि को आप कंपनी के स्टॉक या शेयर के भाव में होने वाले वृद्धि के रूप में समझ सकते है, और जैसे जैसे कंपनी की पूंजी बढती है, और उसकी लाभ कमाने की क्षमता और उसकी सम्पति बढती है, उसके कर्ज कम होते है, तो ऐसे में उस कंपनी के स्टॉक के भाव में वृद्धि होती रहती है, और आपने उस कंपनी का स्टॉक एक निश्चित मूल्य पर पहले ही लिया हुआ है, तो आप जब चाहे उस कंपनी के शेयर या स्टॉक बढे हुए मूल्य पर बेच कर लाभ कमा सकते है,

जैसे – आपने XYZ कंपनी के 100 शेयर 100 रूपये के भाव से ख़रीदा, और कुल 100 X 100 यानी 10 हजार रुपये का निवेश किया और अब  कंपनी बहुत अच्छा काम कर रही है और उसकी सम्पति और पूंजी में वृद्धि होने से से उसके शेयर के भाव में वृद्धि होती है,

और लोग उस शेयर को ज्यादा से ज्यादा खरीदना चाहते है, और उस शेयर का डिमांड बढ़ने से कमपनी के शेयर का भाव 1 साल में 200 रूपये चला जाता है,

और ऐसे में आप भी चाहते है कि कंपनी के शेयर प्राइस में वृद्धि का लाभ आपको भी मिले तो, आपने जो 100 शेयर 100 रूपये के भाव से ख़रीदा था, उसे बेच देते है, तो आपको जो लाभ मिलेगा, वो होगा

100 शेयर X 200 प्रति शेयर = 20,000 रूपये, आज की कुल कीमत,

और आपने कुल 10 हजार रुपए का निवेश किया था, जिसके बदले आज आपको मिल रहा है 20 हजार,

इस तरह आपको लाभ होगा – 20 हजार -10 हजार = 10 हजार रूपये,


दोस्तों, आशा है इस पोस्ट स्टॉक मार्केट में निवेश को पढ़ के आपको जुरूर कुछ सिखने को मिला होगा, और अगर ये पोस्ट अच्छा लगा तो निचे अपना सवाल और कमेंट जरुर लिखे,

थैंक्स फॉर रीडिंग.




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